शफीक खान ब्यूरो रिपोर्ट
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने आईपीएस अधिकारी कैलाश मकवाना को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त करने का निर्णय लिया है। वह प्रदेश के 32वें डीजीपी के रूप में 1 दिसंबर 2024 को पदभार ग्रहण करेंगे, जब वर्तमान डीजीपी सुधीर सक्सेना अपने कार्यकाल के बाद रिटायर होंगे।
कैलाश मकवाना, जो 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, उनके पास कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां रही हैं, जिसमें मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के चेयरमैन का पद भी शामिल है। उन्हें एक तेज-तर्रार और मेहनती अधिकारी माना जाता है, जिन्होंने अपनी सेवाओं के दौरान हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।
शिवराज सरकार के कार्यकाल में वह लोकायुक्त के डीजी के रूप में नियुक्त हुए थे, जहाँ उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई ठंडे बस्ते में पड़ी फाइलें खोलीं और महत्वपूर्ण जांचों को आगे बढ़ाया। हालाँकि, उनके कार्यकाल के महज छह महीने बाद ही उनका तबादला कर दिया गया था।
मकवाना का पुलिस विभाग में करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। उन्होंने साढ़े तीन साल के दौरान सात बार अपना स्थान बदला, जिसमें कमलनाथ सरकार के दौरान तीन बार उनका ट्रांसफर होना शामिल है। उनके प्रमुख पदों में एडीजी इंटेलिजेंस, एडीजी नारकोटिक्स, एडीजी सीआईडी और एडीजी प्रशासन शामिल हैं।
2022 में, उनकी एसीआर (गोपनीय चरित्रावली) को लेकर विवाद उठा था, लेकिन शासन ने उनके पक्ष में निर्णय लेकर उनकी एसीआर सुधारने का आदेश दिया। अब, जब डीजीपी की नियुक्ति के लिए पैनल बनाया गया, तो कैलाश मकवाना का नाम पहले स्थान पर था।
कैलाश मकवाना का अकादमिक बैकग्राउंड भी बेहद मजबूत है। उज्जैन के निवासी मकवाना ने मैनिट भोपाल से बीई किया और आईआईटी दिल्ली से एमटेक की डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने देश के विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में काम करने का अनुभव भी हासिल किया है।
उनकी त्वरित निर्णय क्षमता, भ्रष्टाचार विरोधी कार्यवाही और प्रशासन में दक्षता ने उन्हें एक प्रभावशाली अधिकारी बना दिया है। उम्मीद की जा रही है कि उनके नेतृत्व में मध्य प्रदेश पुलिस में और सुधार होने की संभावना है।