शफीक खान ब्यूरो रिपोर्ट
भोपाल मध्य प्रदेश में राज्य सरकार ने गरीब बेटियों के हाथ पीले करने के लिए महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना संचालित कर रखी है,लेकिन सरकार के ही जिम्मेदार कर्मचारियों की वजह से गरीब बेटियां योजना के लाभ से वंचित हैं। ताजा मामला राजधानी भोपाल के वार्ड क्रमांक 76 से सामने आया है। जहां आज आयोजित हुए मुख्यमंत्री कन्या विवाह सम्मेलन में एक बेटी के हाथ पीले होने से रह गए। दरअसल रेशमा का उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत पंजीयन करवाया था। वार्ड प्रभारी ने जो दस्तावेज मांग गए थे वह पुरी जिन्होंने उपलब्ध करवाए उनकी जांच के बाद वार्ड प्रभारी ने उक्त दस्तावेजों को पंजीयन के लिए माता मंदिर स्थित नगर निगम के कार्यालय भेजे थे उसके बाद नगर निगम कार्यालय और वार्ड कार्यालय में परिजन चक्कर लगाते रहे और उनकी लापरवाही के चलते उनकी बेटी के हाथ पीले होने से रह गए दूल्हा दुल्हन के परिजन इस विवाह के लिए शाम तक इंतजार करते रहे लेकिन वार्ड प्रभारी उमेश घोरमारे ने उनकी मुकम्मल दस्तावेजों की फाइल दबाकर रखी जबकि जोन कार्यालय से उनकी विवाह की फाइल वार्ड 76 में जा चुकी थी परिजन अग्रिम कार्यवाही के लिए वार्ड के चक्कर लगाते रहे वार्ड प्रभारी उमेश घोरमारे उनको ये कहकर टालते रहे कि अभी उनकी फाइल उनके पास नहीं आई जबकि जोन के जावक रजिस्टर में वार्ड द्वारा फाइल रिसीव की जा चुकी थी लेकिन उसके बावजूद वो परिजनों को टालते रहे इससे साफ पता चलता हे कि वार्ड प्रभारी कही न कही घूसखोरी के लिए उनको परेशान करता रहा हे
इधर जब वार्ड प्रभारी उमेश घोरमारे से उनके वार्ड में इस लापरवाही की वजह पूछी तो इसकी जानकारी गोलमोल देते हुए कहा कि वार्ड में फाइल दब गई थी फिर कहा कि किसी कर्मचारी ने छुपा दी थी अपनी लापरवाही को कैमरे के सामने बोलने में कितना हिचकिचा रहे हे ये आप खुद देख सकते हे मीडिया के हस्तक्षेक के बाद 20 तारीख को दिन के दो बजे के बाद फाइल जोन कार्यालय में वापस लौटाई गई सिर्फ एक लापरवाही के चलते एक गरीब बेटी को विवाह से वंचित होना पड़ा आज उनके परिजन इस लापरवाही के संबंध में नगर निगम कमिश्नर ओर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग करेंगे