गाजियाबाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा कि कोरोना आपदाकाल के बाद भारत ‘स्वास्थ्य और फार्मा का अंतरराष्ट्रीय हब’ बन गया है।
नकवी आज यहां मेधा अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर कहा कि स्वास्थ्य एवं फार्मा मोदी सरकार के प्राथमिकता और प्रोत्साहन वाले क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा,“भारत सभी नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा को सस्ती और सुलभ बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जबकि इसका फार्मा क्षेत्र तेजी से जीवन-रक्षक दवाओं का दुनिया का अग्रणी प्रदाता बन रहा है।”
नकवी ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा ऐसे बुनियादी क्षेत्र हैं जो राष्ट्र एवं लोगों की सेहत,समृद्धि व सफलता के लिए मजबूत आधार हैं। उन्होंने कहा कि हर नागरिक के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता हैं ।
नकवी ने कहा कि 2014 के बाद भारत ने स्वास्थ्य और फार्मा क्षेत्रों में ज़बर्दस्त प्रगति की है। आने वाले दिनों में भारत का फार्मा क्षेत्र 130 अरब डॉलर तक पहुंचनें का अनुमान है। दस से अधिक सक्रिय यूएस-अनुमोदित एपीआई उत्पादों वाली फार्मास्युटिकल सुविधाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत इस श्रेणी में विश्व में अग्रणी के रूप में उभर रहा है।
नकवी ने उल्लेख किया कि आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है और कई देशों के लिये प्रेरणा का विषय है। आयुष्मान लाभृथियों की संख्या 21 करोड़ से अधिक है । नकवी ने कहा कि जब कोरोना महामारी आई तो हमारे पास इससे निपटने के लिए सुविधा,संसाधान नहीं थे। समाज व सरकार के संकल्प से हम सुविधा के साथ वैक्सीन के उत्पादन में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि भारत ने न केवल अपनी पूरी आबादी का टीकाकरण किया, बल्कि वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत कई अन्य देशों को भी टीके मुहैया कराए। यही भारत की असली ताकत है और इसे पूरी दुनिया ने प्रशंसा और श्रद्धा के साथ देखा।